तीन दल के १०८ बिल्वापत्रों को गंगाजल से धोकर शुद्ध करे । फिर मिटटी का शिवलिंग तैयार कर एक बार निम्न मंत्र बोलकर एक बिल्वपत्र शिवलिंग पर चढ़ाएं । इसी प्रकार १०८ बार निम्न मंत्र पढ़कर १०८ बिल्वपत्र चढ़ाएं । उसके पश्चात् बिल्वपत्रों को किसी नदी में प्रवाहित कर दें https://laxmi03321.thenerdsblog.com/37924263/not-known-factual-statements-about-free-vashikaran